विधि
- एक कड़ाही में 1 लीटर दूध और आम का गूदा मिलाकर मीडियम आंच पर उबालने के लिए रखें.
- जब दूध में उबाल आ जाए तो इसमें नींबू का रस डालें.
(रसगुल्ला किसका? ओडिशा का या पश्चिम बंगाल का )
- जब तक दूध अच्छी तरह से फट न जाए इसे लागातार चलाते रहें.
- दूध फटने बाद इसे ठंडा होने के लिए छोड़ दें. जब यह ठंडा हो जाए तो इसे सूती कपड़े छानकर मट्ठा का पानी निकाल लें.
- छानने के लिए, कपड़े को किनारों से कस कर पकड़ लें. और 2-3 बार छान लें. छानने के बाद छेने को 2 बार पानी से धो लें. ऐसा करने से छेने से नींबू की खटास निकल जाएगी.
(रसगुल्ला)
- छेने को 30 मिनट तक लटकाकर रखें.
- तय समय बाद इसे प्लेट पर निकाल लें और 10 मिनट तक अच्छी गूंदें. यह चेक कर लें कि यह दबाने पर फट न रहा हो.
- अब मिश्रण की छोटी-छोटी लोइयां लेकर हथेलियों से गोलाकार दें.
(रसगुल्ला चाट)
- अब कड़ाही में 4 कप पानी डालकर तेज आंच में गर्म करें. अब 2 कप चीनी और केसर मिलाकर धीमी आंच पर उबालते रहें.
- जब बढ़िया चाशनी तैयार हो जाए तो इसमें छेने के बॉल डालकर ढक दें और 5 मिनट तक उबालें.
(छेना की रबड़ी
)
- तय समय ढक्कन हटाकर इसे आराम-आराम से चलाएं. आप पाएंगे रसगुल्ले अपने आकार से दोगुना हो चुके होंगे.
- अब इसे फिर से ढककर 5-7 मिनट तक उबलने के लिए छोड़ दें.
- तय समय बाद रसगुल्लों को एक कटोरी में निकालें और ऊपर से चाशनी डाल दें.
- सर्व करने से पहले 3-4 घंटे तक ठंडा होने के लिए रख दें और ठंडा ही सर्व करें.
Photo- cookclickndevour.com