विधि
- आधा कप गुनगुने पानी में यीस्ट 5 से 10 मिनिट के लिए भिगो दें.
- अब एक बर्तन में मैदा और यीस्ट का घोल डालकर, उसमें पानी मिलाकर पेस्ट बनाएं. मैदे में गुठलिया खत्म होने तक घोल को अच्छी तरह फेंटते रहें. ध्यान रहे घोल ज्यादा गाढ़ा या पतला न हो.
(बचे रसगुल्ले की रसमलाई)
- इसके बाद घोल को करीब 12 घंटे के लिए ढककर रख दें. जब घोल में खमीर उठ जाए तो वह जलेबी बनाने के लिए तैयार है.
- जलेबी बनाने से पहले चाशनी तैयार कर लें. इसके लिए एक बर्तन में चीनी और पानी मिला कर गर्म होने के लिए गैस पर रख दें.
(रेडी मिक्स से ऐसे बनाएं गुलाब जामुन)
- चीनी घुलने तक चाशनी को पकाएं, अब चाशनी में केसर डालकर धीमी आंच पर 2 मिनिट तक और उबालें. उगलियों से चाश्नी को चिपकाएं अगर इसमें एक तार बन रहा है, तो जलेबियों के लिए चाशनी तैयार है.
(छेना मुरकी)
- जलेबी बनाने के लिए कड़ाही अलग तरह की ज्यादा चौड़ी और कम गहरी होती है. जलेबी बनाने के लिए एक अलग तरह का कपड़ा बाजार में मिलता है.
- अब गैस पर कड़ाही में घी डालकर गर्म करें.
(अमरूद की बर्फी)
- खमीर उठे मैदे के मिक्सचर को एक बार फिर से अच्छी तरह फेंट लें. अब घोल को जलेबी बनाने वाले कपड़े या थैली में भरकर इसकी धार हाथ को गोल-गोल घुमाते हुए कड़ाही में डालें. जितनी जलेबी कड़ाही में आ जाएं उतनी उसमें डाल दें.
- इसके बाद जलेबियों को पलट कर दोनों तरफ से गुलाबी होने तक सेक लें.
(रबड़ी खीर)
- जब जलेबी सिक जाएं तो उन्हें कड़ाही से निकाल कर चाशनी में डाल दें. इसी तरह सभी जलेबियां तैयार कर लें.
- जलेबी 2 से 3 मिनिट बाद चाशनी से निकाल कर प्लेट में रखें.
(तरबूज का मुरब्बा)
- जलेबियां बनकर तैयार हैं. बिना देर किए गर्मागर्म जलेबियां परोस कर खाएं और खिलाएं.