विधि
- अगर आपकी पाचन क्रिया अच्छी नहीं है तो दालचीनी वाला दूध पीना आपके लिए बहुत फायदेमंद रहेगा. साथ ही गैस की प्रॉब्लम में भी ये राहत देने का काम करता है.
(ऐसे नहीं जलेगा आपका पापड़) - अगर आप रोज सुबह एक कप गरम पानी, दालचीनी और शहद मिला कर पीएंगे तो जोड़ों के पुराने दर्द से राहत मिल सकती है.
(जायकेदार सब्जी के लिए ऐसे डालें सारे मसाले)- मोटापा कम करने के लिए दालचीनी की बनी हुई चाय काफी फायदेमंद है.
(इन चीजों से बढ़ेगा रायते का स्वाद)- दालचीनी और शहद के मिश्रण को रोटी के साथ खाने से दिल की बीमारियों से भी आप दूर रह सकते हैं.
दालचीनी एक सप्ताह में संधिवात के दर्द से निजात मिलती है और एक महीने तक इसका सेवन करने से चलने फिरने में असमर्थ लोग भी चलने में सक्षम हो जाते हैं. आर्थाइटिस के दर्द में भी दालचीनी काफी फायदेमंद साबित होती है.
- सर्दी, खांसी या गले की तकलीफों में दालचीनी बेहद बढ़िया असरदायक दवा का काम कर सकती है. इसे पीसकर एक चम्मच शहद के साथ एक चुटकी मात्रा में खाने से जुकाम में आराम मिलता है. आप गर्म या गुनगुने पानी में दालचीनी के पाउडर को शहद के साथ मिलाकर पी सकते हैं. दालचीनी के पाउडर को पिसी हुई काली मिर्च के साथ सेवन करने से भी राहत मिलती है. इससे पुराने कफ में भी राहत मिलेगी.
- अपच, गैस, पेट दर्द और एसिडिटी जैसी समस्यों में भी दालचीनी का पाउडर काफी असरदायी होता है. इसके सेवन से उल्टी-दस्त की समस्या में भी लाभ होता है. साथ ही भोजन को पचाने में भी यह अच्छा माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि शहद और दालचीनी के पावडर का मिश्रण लेने से पेट का अल्सर जड़ से ठीक हो जाता है.
- ठंडी हवा लगने या सर्दी के कारण होने वाले सिरदर्द में दालचीनी का लेप करना फायदेमंद होता है. गर्मी के कारण होने वाले सिरदर्द में दलचीनी और तेजपत्ते को मिश्री के साथ चावल के पानी में पीसकर सूंघने से सिरदर्द दूर हो जाता है. इसके अलावा दालचीनी के तेल की कुछ बूंदें, तिल के तेल में मिलाकर सिर पर मालिश करने से भी सिरदर्द में आराम मिलता है.
- शारीरिक फायदों के साथ ही दालचीनी मेमोरी बढ़ाने में भी सहायक है. दालचीनी को पानी में रगड़कर कनपटी पर गरम लेप लगाने से आराम मिलता है. इतना ही नहीं नियमति रूप से शहद और दालचीनी का सेवन करने से मानसिक तनाव कम होता है और मेमोरी भी बढ़ती है.
- त्वचा और बालों के सौंदर्य में भी दालचीनी पीछे नहीं है. यह त्वचा को निखारने के साथ ही झुर्रियों को भी कम करती है. दालचीनी पाउडर को नीबू के रस में मिलाकर लगाने से मुंहासे व ब्लैकहैड्स दूर होते हैं. एक नीबू के रस में दो बड़े चम्मच जैतून का तेल, एक कप चीनी, आधा कप दूध, दो चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर 5 मिनट के लिए शरीर पर लगाएं. इसके बाद नहा लें, त्वचा खिल उठेगी.
- शहद और दालचीनी के पेस्ट को रात को सोते वक्त चेहरे पर लगाएं और सुबह गुनगुने पानी से धो लें, इससे चेहरा एकदम चमक जाएगा. गंजेपन या बालों के गिरने की समस्या के लिए गरम जैतून के तेल में एक चम्मच शहद और एक चम्मच दालचीनी पाउडर का पेस्ट बनाकर इसे सिर में लगाए और पंद्रह मिनट बाद धो लें. ऐसा दो-तीन हफ्ते करने से बालों का झरना कम हो जाएगा.
- दालचीनी के तेल का प्रयोग दर्द, घाव और सूजन को समाप्त करने के लिए किया जाता है. यह त्वचा की खुजली को भी खत्म करने के साथ, दांतों के दर्द में भी राहत देती है. मुंह से बदबू आने की समस्या में दालचीनी को मुंह में रखकर चूसना बहुत काफी फायदेमंद साबित होता है.
-वैज्ञानिकों ने भी माना है कि दालचीनी अमाशय के कैंसर और हड्डी के बढ़ जाने की स्थति लाभदायक साबित हो सकती है. अगर एक महीने तक तक गरम पानी में दालचीनी पाउडर और शहद का सेवन किया जाए तो ऐसी गंभीर बीमारी के होने के खतरे को टाला जा सकता है. दालचीनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार है.